ओणम का त्यौहार क्यों मनाया जाता है और इस त्योहार का महत्व क्या है

इस त्यौहार को खासतौर पर खेतों में फसल की अच्छी उपज के लिए मनाया जाता है यह तो त्यौहार भगवान विष्णु के वामन अवतार और महाबली की राजा को समर्पित है 


ओणम का त्योहार 8 सितंबर से शुरू होने जा रहा है 10 सितंबर तक मनाया जाएगा।

दक्षिण भारत का प्रसिद्ध त्योहार ओणम है जो 10 दिन तक मनाया जाता है ख़ासतौर पर खेतों में फसल की अच्छी उपज के लिए मनाया जाता है

इन दिनों केरल में चाय, अदरक, कालीमिर्च और धान की इलाइची।की फसल पककर तैयार होती है। इस उपज की खुशी में यह त्यौहार मनाते हैं।

क्यों मनाते हैं ओणम?

मान्यताओं के अनुसार, केरल में महाबली नाम का एक असुर राजा था। उसके आदर सत्कार में ही ओणम त्योहार मनाया जाता है उनके राज्य में प्रजा बहुत सुखी एवं संपन्न थी।

इसी दौरान भगवान विष्णु वामन अवतार लेकर आए और तीन पग में उनका पूरा राज्य लेकर उनका उद्धार किया। माना जाता है कि यह साल में एक बार अपनी प्रजा को देखने के लिए जरूर आता हैं।

इसलिए वहां के लोग ओणम के त्यौहार से 1 दिन पहले ही अपने घर को अच्छे से साफ करके फूलों से सजा देते हैं।

त्योहार वाले दिन सुबह-सुबह नहा कर भगवान की पूजा करते हैं और फिर अपने घर में शुद्ध शाकाहारी भोजन बनाते हैं भोजन कम से कम 20 प्रकार के बनाए जाते हैं। और घर में सभी लोग के त्योहार मिलजुलकर मनाते हैं




Post a Comment

0 Comments